Saturday, February 7, 2009

अपना गम भूल गए विमोचित


रायपुर। दुनिया में कितना गम है, मेरा गम कितना कम है, लोगों का गम देखा तो अपना गम भूल गया। इस पंक्ति को गाकर विकलांगों ने जता दिया कि इस दुनिया में दूसरे लोगों के मुकाबले उनका गम कम है और वे अपना गम भूल गए हैं। अखिल भारतीय विकलांग चेतना परिषद द्वारा आयोजित विकलांग युवक-युवती परिचय सम्मेलन पर आधारित वीडियो डाक्यूमेंट्री फिल्म अपना गम भूल गए का विमोचन स्थानीय आशीर्वाद भवन में आयोजित विकलांग सामूहिक विवाह समारोह में हुआ। इस अवसर पर सूत्रधार पिंकी यादव, रागिनी पदमशाली के साथ ही मारवाड़ी युवा मंच के राष्टï्रीय महामंत्री अशोक अग्रवाल, निर्देशक तपेश जैन, वीडियो एडिटर अश्वनी बंजारे, श्री परशुराम युवा मंच के संस्थापक सदस्य राघवेंद्र मिश्रा व मधुसूदन शर्मा उपस्थित थे. इच्छा फिल्म्स के गिरीशराज के विशेष सहयोग से निर्मित इस वृत्त का चित्र का फिल्मांकन सत्येंद्र ठाकुर ने किया है। गौरतलब है कि अपना गम भूल गए, निर्देशक तपेश जैन की 25वीं डाक्यूमेंट्री फिल्म है। इससे पहले उनकी स्वर्ण तीर्थ राजिम, जय मां बम्लेश्वरी, जय राजीव लोचन और डेहरी के मान आमजनों के बीच बेहद लोकप्रिय रही है। विमोचित वृत्त चित्र अपना गम भूल गए का प्रदर्शन प्रोजेक्टर एवं केबल नेटवर्क के माध्यम से पूरे देश में किया जाएगा।

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