Saturday, February 7, 2009

जीत के असली हीरो हैं डॉ रमन सिंह


अगर कवर्धा के विकास के लिए मैंने एक भी काम किया है तो इस बार जरूर भारतीय जनता पार्टी को जिताना नहीं तो मेरा दिल टूट जाएगा। ये उद्गार मुख्यमंत्री डॅा रमन सिंह के है जो उन्होंने हाल में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव के दौरान अपने गृह क्षेत्र कवर्धा में व्यक्त किये थे। इस क्षेत्र के विजय हुए प्रत्याशी डॉ. सियाराम साहू बताते हैं कि यह बोलते हुए डॉ. सिंह बेहद भावुक हो गए और ऐसा लगता है कि वे रो पड़ेंगे। कवर्धा शहर ने इस बार मुख्यमंत्री की लाज रखी और बीजेपी को यहाँ से 1700 से भी ज्यादा वोटों की लीड मिली। डॉ. साहू बताते हैं कि इस बार कार्यकर्ताओं ने यह चुनाव डॉ. रमन सिंह के नाम पर लड़ा और प्रतिष्ठïा को बचाने के लिए तन-मन-धन न्यौछावर कर दिया जो कि अभूतपूर्व था। दूसरी बार विधानसभा का सदस्य चुने जाने के बाद डॉ. साहू कवर्धा को पूरे छत्तीसगढ़ में अलग पहचान दिलाने का संकल्प ले चुके है। और वे इस बार क्षेत्र के लिए बहोत कुछ करना चाहतें है।
मिनीवार्ता से विशेष बातचीत करते हुए पूरे प्रदेश के भाजपा प्रत्याशियों में सर्वाधिक मत प्राप्त 78,817 और 10,878 वोटो से विजेता कवर्धा के विधायक डॉ. सियाराम साहू ने सवालों का जवाब देते हुए कहा कि प्रदेश में दोबारा सरकार बनाने की एक ही वजह है और वो है घोषणापत्र से बढक़र प्रदेश का चहुंमुखी विकास। डॉ. रमन सिंह ने गाँव-गरीब और महिला हर वर्ग के लिए कल्याणकारी योजनाए लागू की। हर क्षेत्र में योजनाए बनी। गरीबों को तीन रुपए किलो चावल, 25 पैसे में नमक, किसानों को तीन प्रतिशत ब्याज दर पर ऋ ण, पाँच हार्स पावर तक मुफ्त बिजली, आठवीं तक मुफ्त किताबों के अलावा वृह एवं निराश्रितों के लिए 300 रू. पेंशन, विकलांगो के लिए 200 रू. पेंशन, महिलाओं को पंचायत में पचास प्रतिशत आरक्षण स्व सहायता समूह के तहत आठ लाख महिलाओं को आर्थिक सहायता, बालिकाओं के लिए सरस्वती साईकिल योजना, 17,000 हजार सामूहिक विवाह के माध्यम से कन्यादान एवं आर्थिक सहायता। मुख्यमंत्री स्वालम्बन योजना के तहत नौजवानों के लिए दुकानों का निर्माण, जीवन से लेकर मरण तक के लिए मुक्तिधाम का निर्माण और बडी बात हमर छत्तीसगढ़ योजना े्के तहत धार्मिक एवं पर्यटन स्थलों के जीर्णोंद्वार और सौन्दर्यीकरण के लिए राशि प्रदान करना। डॉ. साहू आगे बताते हैं कि डॉ. रमन सिंह ने हर वर्ग के लिए कुछ न कु छ किया। वो केवल ऊपर ही नहीं निचले स्तर के लोगों का ध्यान रखते थे। आई.ए.एस.अफसर से लेकर कोटवार तक का उन्होनें ख्याल रखा है। 25,000 कोटवारों को दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी से प्रमोट कर नियमितिकरण करने के साथ ही डै्रस, जूता और टार्च प्रदान कर उनका दिल जीत लिया। इतना ही नहीं पहले जो पंचायत सचिव पांच सौ रुपए प्रतिमाह मानदेय प्राप्त करते थे वे अब पांच हजार पाने लगे हैं। शिक्षाकर्मियों की भर्ती के साथ ही उनके लिए बहुत कुछ किया है। डा. रमन सिंह ने हीरों की तरह काम किया है और वे दिलों को जीतना जानते हैं। इसलिए किसी भी बच्चे को अगर दिल की बीमारी है तो उसके इलाज के लिए खजाना पूरी तरह खुला है। डा. साहू बताते हैं कि बैगा आदिवासियों के उत्थान के लिए डा. रमन सिंह ने बहुत कुछ किया है। जमीन का पट्टïा देने के अलावा मकान निर्माण के लिए 34000 रुपए की सहायता के अलावा बहुत सी योजनाएं थी। अगले पांच साल की कार्ययोजना के संदर्भ में वे बताते हैं कि कवर्धा नगर पालिका को नगर निगम का दर्जा दिलाने के अलावा वे इस जिले का नाम पूरे छत्तीसगढ़ में हो इसके लिए महत्वाकांक्षी योजना पर विचार कर रहे हैं। अगले पांच साल के लिए घोषणा पत्र से आगे जाकर डा. रमन सिंह बेहतर कार्य करेंगे इसका उन्हें पूरा विश्वास है।

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