Saturday, February 7, 2009

डॉ. रमन की ईमानदार छवि से मिली जीत



भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम से अपनी अलग तरह की छवि बना चुके चर्चित पूर्व मंत्री और रामपुर विधानसभा से पांचवी बार निर्वाचित विधायक ननकीराम कंवर भारतीय जनता पार्टी को पुन: सरकार बनने की वजह मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की ईमानदार छवि को बताते हैं। साफगोई के लिए प्रसिद्ध श्री कंवर नयी पारी के लिए तैयार है और जो भी जवाबदारी पार्टी देगी उसका वे निर्वाहन करेगें।
रायपुर कोरबा जिले की चार विधानसभा सीटों में से मात्र एक क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी की विजय से यह साबित हो गया कि ननकीराम कंवर जननेता है और विपरीत परिस्थितियों में भी वे इलेक्शन जीत सकते हैं। पूर्व उपमुख्यमंत्री प्यारेलाल कंवर को लगातार तीसरी बार पराजित करने वाले श्री कंवर डॉ। रमन सिंह मंत्रीमंडल में शामिल थे लेकिन कई मामलों में वे चर्चित रहे और खाद्य विभाग में छापामार कार्रवाई से हडक़म्प मच गया था और इसके चलते उन्हें मंत्री पद भी खोना पड़ा था। इसके बाद भी वे पार्टी लाइन से नहीं हटे और किसी तरह की बगावत नहीं की।

इस चुनाव में उन्हें टिकट मुश्किल से मिली लेकिन उनकी जीत से यह साफ हो गया है कि वे जननेता है। प्रदेश में भाजपा की सत्ता में पुन: वापसी के कारणों का विश्लेषण करते हुए डॉ। रमन सिंह विकास के लिए समर्पित व्यक्ति है और सही बहुत लाभ मिला है। डॉ. रमन ंिसंह विकास के लिए समर्पित व्यक्ति है और सही अर्थो से देखा जाए तो दानी आदमी में है। उन्होंने प्रदेश की जनता के कल्याण के लिए ऐसी योजना लांच की जिसके बारे में किसी ने सोचा तक नहीं था। गरीबों को तीन रूपए किलो में 35 किलो चांवल देने के साथ ही किसानों का संपूर्ण ध्यान खरीदने की व्यवस्था ने एक अलग इमेज बनाई। वनवासियों को चरण पाहुका औत तेंदुपत्ता बोनस में जर्बदस्त बढ़ोतरी के साथ ही आदिवासियों को बैल-जोड़ी और पच्चीस पैसे किलो में नमक देने की योजनाएं अभूतपूर्व थी। श्री कंवर ने कहा कि सत्तापक्ष के सामने निगेटिव वोटों की सबसे बड़ी चुनौती होती है जिसे डॉ. रमन ंिसंह ने पार किया और कभी सुंदरलाल परवा और वीरेन्द्र कुमार स्वरखलेचा मंत्रिमंडल में रह चुके श्री कंवर बताते है कि उन्होने कभी भी भ्रष्टाचार को प्रश्रय नहीं दिया और हमेशा इसके खिलाफ मुहिम चलाते रहे। जिसकी वजह से उनके विभाग बदलते रहे। डा. रमन सिंह के केबीनेट में भी उनके विभाग में परिवर्तन होते रहे है। पहले राजस्व विभाग मिला फिर वन फिर कृ षि और अंत में खाद्य विभाग की जिम्मेदारी का अनुभव उन्हें है। तो वे चुनौतियों का सामना भी करते है। खाद्य मंत्री के रहते हुए उन्होंने सार्वजनिक वितरण प्रणाली को दुरस्त करने कड़े कदम उठाए। पीडीएस से ही सरकार की छवि बनती बिगड़ती है सो उनकी कार्यप्रणाली से ये संदेश गया कि डा. रमन सिंह सरकार का कामकाज अच्छा है।

तीन रूपए किलो चावल योजना की सफलता में इस विभाग की बड़ी भूमिका है। आगामी पांच साल की योजना के संदर्भ में पुछे गए सवाल के जवाब में श्री कंवर ने कहा कि इस बार डा. रमनसिंह सहित सभी मंत्रियों को अच्छा अनुभव मिल गया है और सबका विजन स्पष्टï है। इसलिए विकास को दुगूनी गति मिलेगी और छत्तीसगढ़ अपने स्वर्णिम इतिहास को लिखेगा। घोषणापत्र की सभी योजनाएं लागू की जाएगी और किसी तरह संसाधन की कमी नहीं होगी। मुख्यमंत्री घोषणापत्र की कल्याणकारी योजनाओं से बढक़र कार्य करेंगे। जिस तरह उन्होंने तीन रूपए किलो चावल की योजना लागू की । इसलिए घोषणापत्र कोई चुनौती नहीं है बल्कि लक्ष्य है जिसे आसानी से हासिल कर लिया जाएगा।

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